छत्तीसगढ़

माध्यन भोजन में गडबडी स्व सहायता समूह को तत्काल हटाने के निर्देश एसडीएम की कार्यवाही

स्कूल के मासूम बच्चों के निवाले पर डाला जा रहा था डाका

बिलासपुर प्रवीण भट्टाचार्य

बिलासपुर-सरकार ने बच्चों के पोषण के लिए जो योजना बनाई है उससे कुछ लोग अपनी तिजोरी भरने की कोशिश कर रहे हैं यही वजह है कि जब भी मध्यान भोजन की पड़ताल करने अधिकारी पहुंचते हैं तो स्व सहायता समूह की कलई उतर जाती है। ऐसा ही कुछ उस वक्त भी हुआ जब कोटा के ही पुरानी बस्ती में मौजूद प्राथमिक शाला के निरीक्षण के लिए एसडीएम कीर्तिमान सिंह राठौड़ पहुंचे ।स्कूल का जायजा लेने के बाद एसडीएम साहब सीधे रसोई घर में जा पहुंचे।जांच में उन्होंने पाया कि बच्चों को दिए जाने वाले भोजन के साथ घालमेल किया जा रहा है निरीक्षण के दौरान भोजन को घटिया स्तर का पाया गया दाल घटिया स्टार जा था और सब्जी में भी मीनू अनुसार पालन नहीं करने की शिकायत यहां पाई गई एसडीएम ने गड़बड़ी के बाद तुरंत भोजन सप्लाई करने वाली स्व सहायता समूह को हटाने के निर्देश दे दिए

अब सोचिए कि जब शहर के स्कूल का यह हाल है तो फिर सुदूर ग्रामीण अंचलों में मौजूद उन स्कूलों का क्या हाल होगा जहां मध्यान्ह भोजन के नाम पर बच्चों को कुछ भी परोसा जा रहा है बच्चों की थाली से मुनाफा कमाने वाले ऐसे लोगों को जब तक जिम्मेदारी दी जाएगी तब तक तस्वीर नहीं बदलेगी ।स्व सहायता समूह को यह जिम्मेदारी इसीलिए दी जाती है कि वे नफा नुकसान से परे इमानदारी के साथ इस जिम्मेदारी को निभाएंगे लेकिन वे भी तो इसे व्यवसाय समझने लगे हैं चलाने लगे हैं इसलिए कटौती का यह खेल हर तरफ खेला जा रहा है।

कोटा पुरानी बस्ती स्थित प्राथमिक शाला के निरीक्षण के लिए पहुंचे एसडीएम कीर्तिमान सिंह राठौड़ ने पाया कि मध्यान भोजन के नाम पर स्तरहीन खाना परोसा जा रहा है जांच के बाद उन्होंने जिम्मेदार स्व सहायता समूह को हटाने के निर्देश दिए

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