रतनपुर जुगनू तंबोली
रतनपुर – नए जिले की घोषणा के बाद से नगर पालिका निगम क्षेत्र में जिला मुख्यालय बनाने की मांग को लेकर बीते 17 अगस्त से चिरमिरी शहर के लोगों के द्वारा क्रमिक भूख हड़ताल का आयोजन किया गया है। क्रमिक भूख हड़ताल को 40 दिन पूरा होने के बाद कुछ लोग 26 सितंबर को नए जिले में चिरमिरी का नाम जोड़ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करने के साथ ही जिला मुख्यालय निगम क्षेत्र में बनाने की मांग करने चिरमिरी जिला मुख्यालय बनाओ संघर्ष समिति के तत्वाधान में शहर के 36 लोगों का दल सत्याग्रह पदयात्रा में शामिल हुए। हल्दीबाड़ी से रविवार को 11 बजे रायपुर के लिए रवाना हुए। रविवार को रवाना हुई सत्याग्रह पदयात्रा संभवत 10 दिनों में मुख्यमंत्री निवास तक पहुंचेगी। लगभग 200 किलोमीटर का सफर तय कर पदयात्रियों का दल अब रतनपुर माँ महामाया के दरबार पहुँचा है।
गौरतलब है कि 15 अगस्त को कोरिया जिले का विभाजन कर दो दशक पुरानी मांग पूरा करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर नए जिले की घोषणा की। चिरमिरी नगर पालिका निगम के लोगों को यह भरोसा हो गया कि अब जिले के सबसे बड़ी आबादी वाले निगम क्षेत्र में जिला मुख्यालय बनेगा। इससे यहां से पलायन की समस्या खत्म हो जाएगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसका लाभ नए जिले के अन्य शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सामान रूप से मिलेगा। चिरमिरी आर्थिक रूप से कमजोर हुआ तो पुराने और नए जिले का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। क्योंकि जिले में संचालित कोयले की खदानें लगातार बंद हो रही है और मजदूरो की संख्या भी कम हो रही है। चिरमिरी से रायपुर करीब 320 किमी की पदयात्रा करीब 10 दिनों में पूरी होने की उम्मीद जताई है। समिति के लोगों ने बताया गया कि सत्याग्रह पदयात्रा के अंतिम पड़ाव में बड़ी संख्या में लोग रायपुर पहुंचेंगे। वहीं पदयात्रा के साथ निजी एम्बुलेंस समेत अन्य वाहन भी शामिल है।