कोटा

खाद की कालाबाजारी करते पकड़ा गया सोसायटी प्रबंधक…. तहसीलदार ने रेडकर पकड़ी अफरा तफरी, मामले में कार्रवाई के लिए एसडीएम को सौंपी गई जानकारी

प्रेम सोमवंशी

कोटा – तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत धुमा में प्रबंधक की मनमानी किसानों को वितरण के लिए आई यूरिया खाद को अवैध तरीके से बेचते कोटा तहसीलदार शिवम पाण्डे ने रंगे हाथों पकड़ा है।  दरअसल मामला  सेवा सहकारी समिति धुमा से सामने आई है यहाँ के प्रबंधक व जिला सेवा सहकारी समिति के उपाध्यक्ष नत्थू लाल यादव के द्वारा किसानों को बांटने के लिए आई यूरिया खाद को प्राइवेट व्यक्तियों को दिया जा रहा था। वही जिस ट्रक के नाम पर मेमो रसीद मौके पर मिला है। 

वह मेमो फर्जी रजिस्ट्रेशन ट्रक क्रमांक CG 22 G1317 है जबकी डिलेवरी मेमो में ट्रक का नंबर CG 10 C 8584 है ,वहीँ सोसायटी में डम्प खाद की बोरी व ट्रक में रखी खाद की संख्या में दर्ज खाद की बोरी की संख्या से कम पाया गया जिस पर प्रबंधन द्वारा यह बताया गया कि परमिट देकर किसानों को खाद वितरण कर दिया गया है परंतु प्रबंधक के पास परमिट की जावक खाद कि किसी भी प्रकार की लिखित में पंजी नहीं पाया गया इससे स्पष्ट नहीं हो सका की आवक के समय कितना बोरी खाद को अवैध रूप से बाट दिया गया ,

कोटा तहसीलदार ने बतलाया है कि ग्रामीणों से सूचना मिली थी कि किसानों के लिए लाई जा रही खाद को प्रबंधक द्वारा रास्ते में ही वितरित किया जा रहा है जिस पर मौके पर पहुंच कर अवैध तरीके से बेंचते पाया गया जिसका तहसीलदार द्वारा पंचनामा बनाकर जांच कार्यवाही के लिए कोटा एसडीएम को सौंपा गया है। आपको बता दे कि धुमा प्रबंधक के द्वारा पूर्व में भी मृतक किसान के नाम पर धान की खरीदी की गई थी जिसकी जांच सालों बीत गए लेकिन अधिकारियों द्वारा अभी तक की जा रही है। बहरहाल अब देखना यह होगा कि ऐसे लापरवाह प्रबंधक नत्थू लाल पर शासन प्रशासन की महति योजनाओं पर पलीता लगाने पर क्या कार्यवाही होती है या फिर यह मामला अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा ।

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