बिलासपुर

शहर में सक्रिय हुए क्रिप्टोकरंसी के बिचौलिए, सेमिनार आयोजित कर फैला रहे थे व्यापार, पुलिस ने दबिश दे सेमिनार को किया प्रतिबंधित…. कंपनी को जारी किया नोटिस

भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – एकबार फिर न्यायधानी में पुलिस के नाक के नीचे क्रिप्टोकरंसी के व्यापार को बढ़ाने कुछ कंपनियां सक्रिय हो गई है। कंपनियों द्वारा क्रिप्टोकरंसी में निवेश कर मुनाफा कमाने का दावा कर लोगो को एकपक्षीय निर्णय लेने दबाव बनाया जा रहा है। एक ऐसे ही मामले में सोमवार को बिलासपुर ने शहर के नागपुर की ट्रेडिंग कंपनी को नोटिस जारी कर उनके सेमिनार को रद्द कराया है। दरसअल उक्त कंपनी जिला प्रशासन से बिना अनुमति गुपचुप तरीके से शहर के एक निजी होटल में बैठक और सेमिनार का आयोजन कर रही थी। इसी बीच स्थानीय पुलिस को सूचना मिली। जिसपर तत्काल ही पुलिस मौके पर पहुँच सेमिनार को बंद कराया। बिलासपुर पुलिस के द्वारा लोगों को क्रिप्टोकरंसी पर ट्रेडिंग करने के संबंध में उसके गुण और दोष बताएं उसके निवेश पर होने वाली सारी जोखिमों के संबंध में लोगों को अवगत कराया गया। बिलासपुर पुलिस बिलासपुर वासियों से अपील करती है कि कभी भी ई ट्रेडिंग करते समय सावधानी बरतें और उसके जोखिम और उसके दोषों को समझे।

आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी?

क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है। यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं होता। यह करेंसी किसी भी एक अथॉरिटी के काबू में भी नहीं होती। अमूमन रुपया, डॉलर, यूरो या अन्य मुद्राओं की तरह ही इस मुद्रा का संचालन किसी राज्य, देश, संस्था या सरकार द्वारा नहीं किया जाता। यह एक डिजिटल करेंसी होती है जिसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है। आमतौर पर इसका प्रयोग किसी सामान की खरीदारी या कोई सर्विस खरीदने के लिए किया जा सकता है।

क्रिप्टो करेंसी के नुकसान क्या-क्या हैं?

क्रिप्टो करेंसी का सबसे बड़ा नुकसान तो यही है कि इसका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं है, क्योंकि इसका मुद्रण नहीं किया जा सकता। मतलब कि ना तो इस करेंसी के नोट छापे जा सकते हैं और न ही कोई बैंक अकाउंट या पासबुक जारी की जा सकती है।, इसको कंट्रोल करने के लिए कोई देश, सरकार या संस्था नहीं है जिससे इसकी कीमत में कभी बहुत अधिक उछाल देखने को मिलता है तो कभी बहुत ज्यादा  गिरावट, जिसकी वजह से क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना जोखिम भरा सौदा है। इसका उपयोग गलत कामों के लिए जैसे हथियार की खरीद-फरोख्त, ड्रग्स सप्लाई, कालाबाजारी आदि में आसानी से किया जा सकता है, क्योंकि इसका इस्तेमाल दो लोगों के बीच ही किया जाता है। लिहाजा, यह काफी खतरनाक भी हो सकता है।

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