बिलासपुर

जज्बा की मेहनत से फिर बची एक मासूम की जिंदगी, अनगिनत वाकिये बन रहे गवाह..जीवनदायी बनी मुहिम

भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – जज्बा है तो जिंदगी है, जिसे हर उस वर्ग ने माना है। जिनकी मदद जज़्बा के जांबाजों ने की है। बीते 14 सालों से जिले में एक्टिव जज़्बा वेलफेयर सोसायटी ने समाज के हर उस तबके के लोगो की मदद की है। जो या तो उम्मीद खो चुके थे,या फिर लाख कोशिशों के बाद भी उन्हें रक्त के एक बूंद भी नसीब नही हो सकी थी। कुछ इसी तरह की स्थिति गुरुवार को भी न्यायधानी में देखने को मिली। जहाँ रतनपुर के रहने वाले 5 साल के मासूम अयान के ब्लड को लेकर परिजन दर दर भटकते रहे, आखिर उनकी भी मदद जज्बा के टीम ने की है। दरअसल अयान को कुछ दिनों से बुखार और कमजोरी की शिकायत थी। बहुत कोशिश के बाद भी उनका परिवार ए नेगेटिव का डोनर ढूंढ नहीं पाए,थक हार कर उसी हालत में बच्चे को लेकर बिलासपुर पहुँचे। जहाँ उन्होंने हर ब्लड बैंक के चक्कर काटे लेकिन उन्हें ए नेगेटिव ब्लड नही मिल सका। जहाँ से वह किसी तरह जरहाभाठा के सृष्टि चिल्ड्रन हॉस्पिटल में  डॉ. रूपेश अग्रवाल के पास पहुँचे। जिनके माध्यम वह जज्बा के एक सदस्य सिद्धार्थ सिंह और ताईद सुभानी से संपर्क किया गया। जिनके माध्यम जज़्बा टीम के पुरुषोत्तम द्वारा ब्लड डोनेट कर बच्चे की जान बचाई गई। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य भारत देश में सिकलसेल का गढ़ माना जाता है। पूरे हिंदुस्तान में सबसे अधिक सिकलसेल मरीज़ों की पहचान छत्तीसगढ़ में की गई है। जिस बीमारी से रतनपुर निवासी ज्ञानू प्रधान के बेटे अयान भी ग्रसित है। इस बीमारी की वजह से आये दिन अयान के शरीर मे बेपनाह दर्द औऱ तेज़ बुखार आता है। यह तकलीफ सभी सिकलसेल के मरीज़ों को होती है। कुछ मरीज़ों को इसकी वजह से 6 महीने , 3 महीने , 2 महीने और कुछ को तो हर महीने भी ब्लड लगवाना पड़ता है। ऐसे में समय पर ब्लड उपलब्ध नही होने के स्थिति पर मरीज के जान पर भी बन आती है। बावजूद इसके जिले में ब्लड बैंको के सूखे कंठ की ओर शासन प्रशासन की गंभीरता नजर नही आती है। जिससे जरूरत मंदो को ब्लड के लिए भटकना पड़ता है। 

27 अक्टूबर को होगा रक्तदान शिविर,, जज्बा के आयोजन में आप भी रक्तदान कर मरीजो को दे सकते है जीवन दान..

जज़्बा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी के संचालक संजय मतलानी पिछले 14 सालों से लगातार मेहनत करते आ रहे हैं ताकि थैलासीमिया सिकलसेल के मरीजों को ब्लड मिलने में समस्या का सामना ना करना पड़े। जिसके मद्देनजर 27 अक्टूबर मंगलवार के दिन जज़्बा अपने पंजीयन के 5 साल पूरे करने जा रही है , इसी उपलक्ष्य में उनकी टीम द्वारा एकता ब्लड बैंक मगरपारा में एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे जमा किया जाने वाला सारा ब्लड इन्ही मरीज़ों को दिया जाएगा। संजय मतलानी ने शहर के सभी रक्तदाताओं से अपील की है कि वो सभी जज़्बा की इस खुशी का हिस्सा बने और इस शिविर को सफल बनाएं।

error: Content is protected !!