बिलासपुर

राष्ट्रपति मिलेंगे बालवैज्ञानिको से, देखेंगे उनका आविष्कार…. मल्टीपर्पज स्कूल के बाल वैज्ञानिकों का राष्ट्रपति भवन में आमंत्रण

भूनेश्वर बंजारे

बिलासपुर- के बाल वैज्ञानिको के आविष्कार पर अब राष्ट्रपति ने भी रुची दिखाई है। सीमित संसाधन और कड़ी मेहनत से तैयार मल्टीपर्पस के बाल वैज्ञानिक ने उस सपने को मूर्त रूप दिया है। जिसे अब तक कोई मल्टीनेशनल कंपनी और वैज्ञानिक ने सोचा भी नही होगा। उसे गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल दयालबंद के बाल वैज्ञानिको ने अपनी बेहतरीन बुद्धिमत्ता से तैयार किया है। शहर से राष्ट्रपति भवन पहुँचने में भले ही इन बाल वैज्ञानिको को पहुँचने में समय लगा है। लेकिन जो मुकाम आज तक किसी सरकारी स्कूलो में पढ़ने वाले छात्रो ने नही हासिल किया है उसे बेहतर नेतृत्वकर्ता और लगन के साथ गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल दयालबंद के छात्रों ने कर दिखाया है। इन बच्चो के प्रोजेक्ट को तो देख अच्छे अच्छे साइंटिस्ट अचंभित रह गए। इनके बाद अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इन बाल वैज्ञानिको के प्रोजेक्ट को देखने इच्छा जताई है। 14 नवंबर को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीति आयोग के चुनिदा वैज्ञानिकों की मौजूदगी में बाल वैज्ञानिक भविष्य में होने वाली खेती का संदेश देते हुए रोबोट के जरिए कैसे खेती की जाती है, इसका प्रदर्शन करेंगे। किसान की जगह रोबोट खेत की जुताई करेगा। खेत में बीज डालेगा यही नहीं बीमारी आने पर फसलों में दवा का छिड़काव करेगा। फसल जब पक कर तैयार हो जाएगी तो रोबोट फसल की कटाई और मिसाई भी करेगा। जाहिर है किसान स्मार्ट बनेंगे और स्मार्ट खेती भी करेंगे। स्मार्ट रोबोटिक किसान को बाल वैज्ञानिकों ने पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित करते हुए इसका नाम अटल कृषि मित्र रखा है। समय के साथ-साथ अब कृषि के परंपरागत तरीकों में बदलाव भी होगा। बीते महीने राजधानी दिल्ली में आयोजित इंटरनेशनल रोबोटिक चैम्पियनशिप में अटल कृषि मित्र ने बाजी मारी थी। देशभर में इस आविष्कार को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था।

विशेष– राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने यंत्र देखने की जताई इच्छा

मंगलवार को नीति आयोग ने डॉ.धनंजय पांडेय को ईमेल भेजकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविद द्बारा अटल कृषि यंत्र को देखने की इच्छा जाहिर करने की जानकारी देते हुए तीनों बाल वैज्ञानिकों योगेश दास मानिकपुरी, मनीष यादव और निखिल प्रजापति के साथ डॉ.पांडेय को राष्ट्रपति भवन पहुंचने कहा है। पत्र में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि प्रोजेक्ट के प्रदर्शन के दैरान राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ नीति आयोग के आला अधिकारियों और चुनिदा वैज्ञानिकों की मौजूदगी भी रहेगी। लिहाजा पूरी तैयारी के साथ आने की हिदायत दी गई है।बाल वैज्ञानिकों ने अटल कृषि यंत्र आविष्कार किया है। दिल्ली में आयोजित मेकाथॉन में इस प्रोजेक्ट को प्रेजेंटेशन दिया गया था। प्रदेश का यह पहला प्रोजेक्ट है, जिसे मेकाथॉन के लिए नीति आयोग ने चयन किया था। प्रोजेक्ट टॉप पर रहा। मंगलवार को आयोग ने ईमेल के जरिए राष्ट्रपति भवन पहुंचने कहा है। राष्ट्रपति भवन में रोबोट के जरिए खेती का प्रदर्शन किया जाएगा।
डॉ.धनंजय पांडेय, एटीएल इंचार्ज,गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल बिलासपुर।

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