छत्तीसगढ़बिलासपुर

अब मोबाइल टावर लगेंगे नगर निगम की जमीन पर निजी जमीन और छतों पर टावर लगाने पर लग सकता है बैन

रिहायशी इलाकों में मोबाइल टावर का होना बेहद खतरनाक है और इसलिए लोग अपने घरों के आसपास टावर लगाने पर विरोध दर्ज करा रहे हैं

बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य

मोबाइल आज की जरूरत है । हर हाथ में एक से अधिक मोबाइल देखा जा सकता है ।मोबाइल की संख्या लगातार बढ़ रही है और इस वजह से ही नेटवर्क देने के लिए कंपनियों को लगातार अलग-अलग क्षेत्रों में अपने टावर लगाने पड़ रहे हैं ।प्रतिस्पर्धा होने की वजह से अलग अलग मोबाइल कंपनियां अपने-अपने टावर लगा रही है ।इसी कारण शहर में मोबाइल टावर की बाढ़ आ गई है ।जिधर भी देखे मोबाइल के टावर नजर आ जाएंगे। जांच में यह साफ हो चुका है कि टावर से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगे निकलती है, जिससे कोशिकाओं के कैंसर होने का खतरा रहता है ।रिहायशी इलाकों में मोबाइल टावर का होना बेहद खतरनाक है और इसलिए लोग अपने घरों के आसपास टावर लगाने पर विरोध दर्ज करा रहे हैं। इसका विकल्प तलाशते हुए बिलासपुर नगर निगम ने फैसला लिया है कि अब निजी जमीन और भवन के छतो पर मोबाइल टावर लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके स्थान पर निगम मोबाइल टावर लगाने के लिए अपनी खाली पड़ी जमीन मुहैया कराएगा। इसके लिए शासन का आदेश प्राप्त हो चुका है। इससे फायदा यह होगा कि रिहायशी इलाकों से अलग ,निगम की जमीन पर टावर लगेंगे । इन टावर्स में सभी कंपनियों को उपकरण लगाने की अनुमति दी जाएगी। इससे एक ही जगह से काम बन जाएगा और अलग-अलग मोबाइल कंपनियों को अलग से अपने टावर लगाने की जरूरत नहीं होगी। इससे टावर की संख्या को सीमित किया जा सकेगा, वही पूरी आबादी विकिरण की चपेट में आने से भी बच सकेगी ।अब तक हुई जांच से यह भी पता चला है कि मोबाइल टावर से निकलने वाली विकिरणो से इंसानों के साथ पक्षियों पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है जिससे उनकी प्रजाति लुप्त होने की कगार पर है। निगम द्वारा एक ही स्थान पर मोबाइल टावर लगाने की व्यवस्था हो जाने से इस परेशानी को भी सीमित किया जा सकेगा ।योजना के अमल में आने के बाद मोबाइल टावर की संख्या निश्चित तौर पर कम होगी।

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